Bangladesh Crisis: हिंदू विरोधी हुआ विरोध प्रदर्शन, इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़, देवी-देवताओं की मूर्तियां फूंकी
ब्यूरो: बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन हिंदू विरोधी हो गए। प्रदर्शनकारी हिन्दुओं देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया जा रहा है। बता दें देश के खुलना डिवीजन में स्थित मेहरपुर में एक इस्कॉन मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी सहित देवताओं की मूर्तियों के साथ आग लगा दी गई है। मंदिर में रहने वाले कुछ भक्त अराजकता से बच निकलने में कामयाब रहे। बता दें सोमवार को देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा।
Bangladesh UpdateAs per the info I have received, one of our ISKCON center (rented) in Meherpur (Khulna division) was burnt including with the deities of Lord Jagannath, Baladev and Subhadra Devi. 3 devotees who lived in the center some how managed to escape & survived.
— Yudhistir Govinda Das (@yudhistirGD) August 5, 2024
इस्कॉन इंडिया के संचार निदेशक और राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने X पर कहा कि मुझे मिली जानकारी के अनुसार मेहरपुर (खुलना डिवीजन) में हमारे एक इस्कॉन केंद्र को भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियों सहित जला दिया गया। केंद्र में रहने वाले 3 भक्त किसी तरह भागने में सफल रहे और बच गए।
इस्कॉन केंद्र पर हमला हिंसा और अशांति के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है, जिसने पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। शेख हसीना के इस्तीफे और बांग्लादेश से अराजक प्रस्थान ने अटकलों को हवा दी है कि पूर्व पीएम खालिदा जिया के नेतृत्व वाली विपक्षी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) सत्ता की कमान संभालेगी। इससे वहां हिंदू समुदाय पर हमलों के साथ-साथ पड़ोसी भारत के साथ संबंधों के बिगड़ने की आशंका बढ़ गई है।
Dear World, see what is happening in #Bangladesh.Hindu minorities are not safe there. On the night of 05/08/24, Islamists set ablaze the #ISKCON temple in #Meherpur.Everything inside the temple, including the Vigrahas, was turned into ashes. The temple was also… pic.twitter.com/VLAfoZxwId
— Hindu Voice (@HinduVoice_in) August 6, 2024
रिपोर्टों के अनुसार, हिंसक प्रदर्शनकारियों ने काली मंदिर सहित हिंदू घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ की और कथित तौर पर दो हिंदू पार्षदों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हसीना को लंबे समय से खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) के बाद राजनीतिक स्थिरता लाने का श्रेय दिया जाता रहा है, जिसे देश में बढ़ती इस्लामी हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
बांग्लादेश में कितने भारतीय हैं?
बता दें भारत सरकार ने सुबह 10 बजे संसद भवन में बांग्लादेश मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जहां विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी देश के घटनाक्रम पर विभिन्न पार्टी नेताओं को जानकारी दी। सरकार ने बताया कि बांग्लादेश में स्थिति इतनी गंभीर नहीं है कि भारतीयों को निकालने की जरूरत पड़े, जिनकी संख्या 13,000 है। कम से कम 8,000 भारतीय वापस आ चुके हैं।
सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत अन्य लोग शामिल हुए। बैठक के बाद जयशंकर ने सभी सांसदों के समर्थन की सराहना की। राहुल गांधी ने बांग्लादेश संकट में विदेशी हाथ होने की संभावना पर भी सरकार से सवाल किया। केंद्र सरकार ने कहा कि सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है।