Who is Shubhanshu Shukla: कौन हैं शुभांशु शुक्ला, जो नासा मिशन के जरिए जाएंगे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
ब्यूरोः कैप्टन शुक्ला को इसरो और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के संयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना गया है। वे इस साल अक्टूबर के बाद इस मिशन के तहत किसी भी समय अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा कर सकते हैं। यदि कैप्टन शुक्ला इस मिशन के तहत अंतरिक्ष में जाते हैं, तो वह पिछले 40 वर्षों में ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे। इससे पहले राकेश शर्मा 1984 में सोवियत मिशन के साथ अंतरिक्ष में गए थे। इसरो ने शुक्रवार यानी 2 अगस्त को ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर (48 वर्ष) के साथ कैप्टन शुभांशु शुक्ला (39 वर्ष) को एक्सिओम-4 मिशन के लिए चुना है।
शुभांशु शुक्ला 'मुख्य' अंतरिक्ष यात्री होंगे जबकि नायर को बैकअप के रूप में चुना गया है। प्रधान का मतलब है कि शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाएंगे, लेकिन अगर किसी कारण से वह नहीं जा पाते हैं तो नायर उनकी जगह जाएंगे। इस मौके पर भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर पोस्ट कर कैप्टन शुक्ला और कैप्टन नायर को बधाई दी है।
After touching the sky with glory, it's time for the #IAF to touch space with glory. Group Captain Shubhanshu Shukla and Group Captain Prasanth Balakrishnan Nair are chosen for the upcoming Indo-US Axiom-4 mission to the ISS. The prime astronaut, Group Captain Shukla, is an… pic.twitter.com/MpO7Vrfd4b
— Indian Air Force (@IAF_MCC) August 3, 2024
इसरो की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसरो और नासा के संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाने के लक्ष्य की दिशा में, इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (HSFC) ने अपने अगले कार्यक्रम के लिए नासा के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौता (SFA) किया है। एक्सिओम स्पेस इंक (USA) के साथ यह मिशन एक्सिओम-4 होगा। यह अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष यात्रियों के अलावा कार्गो और अन्य सामान भी अपने साथ ले जाएगा। गगनयान में शुभांशु शुक्ला और प्रशांत बालकृष्णन नायर भी हैं।
दोनों अंतरिक्ष यात्री जल्द ही शुरू करेंगे प्रशिक्षण
इसरो के अनुसार, शुभांशु शुक्ला और प्रशांत बालाकृष्णन नायर को राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने मिशन के लिए लीड और बैकअप मिशन पायलट के रूप में अनुशंसित किया है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरने के लिए नामित चालक दल के सदस्यों को बहुपक्षीय क्रू संचालन पैनल (MCOP) की ओर से मंजूरी दी जाएगी। साथ ही इसरो ने कहा है कि दो अनुशंसित अंतरिक्ष यात्री अगस्त 2024 के पहले सप्ताह से मिशन के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू करेंगे।
वह कौन सा मिशन है जिसके तहत शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जा रहे हैं?
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक निजी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम स्पेस के चौथे एक्सिओम-4 मिशन, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ओर जा रहे हैं। यह मिशन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के सहयोग से शुरू होगा। इस अंतरिक्ष यान को स्पेसएक्स रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने वाले इस अंतरिक्ष यान में ग्रुप कैप्टन शुक्ला के साथ पोलैंड हंगरी और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्री भी होंगे। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच इस मिशन पर सहमति बनी थी। नासा ने एक्सिओम-4 मिशन के लिए कोई तारीख तय नहीं की है, लेकिन उसकी वेबसाइट बताती है कि मिशन अक्टूबर 2024 से पहले लॉन्च नहीं किया जाएगा।
कौन हैं कैप्टन शुभांशु शुक्ला?
जानकारी के मुताबिक, कैप्टन शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1985 को हुआ था। उन्हें हाल ही में ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया है। इससे पहले वह विंग कमांडर के पद पर तैनात थे। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं और उन्हें 17 जून 2006 को भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल किया गया था।
गगनयान मिशन क्या है?
इस मिशन के लिए भारतीय वायुसेना के 4 पायलटों का चयन किया गया है। इसके तहत 3 अंतरिक्ष यात्रियों को 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजा जाएगा, फिर उन्हें 3 दिन बाद वापस लौटना होगा। इस मिशन की तैयारी के लिए भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो लगातार परीक्षण कर रही है।
पिछले साल अक्टूबर में किए गए एक महत्वपूर्ण परीक्षण से पता चला कि रॉकेट में किसी भी खराबी की स्थिति में चालक दल सुरक्षित रूप से बाहर निकल सकता है। बता दें भारतीय वायुसेना से चुने गए इन चार अधिकारियों के नाम ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन और ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप हैं।