ब्यूरोः उत्तराखंड की केदार घाटी में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। इसमें केदारनाथ धाम में 250 पर्यटकों फंसे हुई हैं। इनको सुरक्षित निकालने के लिए एमआई 17 और चिनूक के साथ एसडीआरएफ के 6 जवानों की टीम जुट गई है। इस टीम ने अब तक 133 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया है। बता दें एसडीआरएफ की टीम पर्यटकों को लिनचोली से भीमबली तक पहुंचा रही है। सुबह 09 बजे तक एमआई, चिनूक और छोटे हेलीकॉप्टरों की मदद से केदारनाथ से 133 लोगों को सुरक्षित एयरलिफ्ट कर बचा लिया गया है।
भारी बारिश से उत्तराखंड में लोगों की मौत
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है और करीब 6 लोग घायल हुए हैं। भारी बारिश के कारण सड़क बह जाने से केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। जानकारी के अनुसार भीमवाली और रामबाड़ा के बीच करीब 20 से 30 मीटर सड़क बह गई है। वहीं, सोनप्रयाग के पास करीब 100 मीटर सड़क बाढ़ में बह गई है। गौरीकुंड स्थित तप्तकुंड भी बाढ़ में पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ दर्शन के लिए रुद्रप्रयाग पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें कहा गया है कि वे फिलहाल जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहें और अपनी केदारनाथ धाम यात्रा स्थगित कर दें। एडवाइजरी में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटर मार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है। भारी बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में 20-25 मीटर सड़क बह गई है और पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरकर रास्ते में आ गए हैं।