ब्यूरोः गुजरात स्थित डेयरी कंपनी अमूल ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर को ‘पशु वसा’ युक्त घी की आपूर्ति करने के झूठे दावे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अमूल की मूल कंपनी गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में घी मिलावटी था। उन्होंने एएनआई को बताया कि घी की प्रतिष्ठा को यह कहकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी कि यह अमूल का उत्पाद है।
Tirumala Prasadam row: Amul lodges FIR against 'seven' X users for spreading 'misinformation' that 'Amul' ghee used in Tirupati laddus pic.twitter.com/8zvBCG6jSf
— सत्य_अन्वेषी🇮🇳 (@iAK1707) September 21, 2024
उन्होंने कहा कि हमने अहमदाबाद में साइबर अपराध शाखा में एफआईआर दर्ज कराई है।” मेहता ने यह भी तर्क दिया कि अमूल के खिलाफ यह अभियान गंभीर है क्योंकि यह ब्रांड 36 लाख परिवारों का समर्थन करता है।
कभी भी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति नहीं कीः अमूल
प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा कि हमारे उत्पाद उच्चतम गुणवत्ता के हैं और उनकी सख्त गुणवत्ता जांच की जाती है। हम लोगों से हमारे खिलाफ दुष्प्रचार के प्रति सतर्क रहने को कहते हैं,” मेहता ने यह भी स्पष्ट किया कि अमूल ने कभी भी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति नहीं की है, जो मंदिर का प्रबंधन करता है।
VIDEO | "Amul has registered an FIR against some users of social media platform 'X' for spreading misinformation that the ghee used for making laddus at the Tirupati temple belonged to Amul. This is a fake news. The case has been registered under sections 336 (4) and 196 (1) (a)… pic.twitter.com/9lvo1Si07v
— Press Trust of India (@PTI_News) September 21, 2024
इस मामले को लेकर अहमदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने पुष्टि की कि अमूल ने एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने कहा कि हमें कल अमूल कर्मचारियों से एक शिकायत मिली और हमने एफआईआर दर्ज कर ली है। उनके अनुसार, कुछ लोगों ने झूठे सोशल मीडिया अकाउंट से यह खबर फैलाई कि तिरुपति प्रसादम में इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ घी में पशु वसा है और इसे अमूल द्वारा आपूर्ति की गई है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और पूर्ववर्ती वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू में पशु वसा सहित ‘घटिया सामग्री’ का उपयोग करने का आरोप लगाया।