ब्यूरोः दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ मंदिर बनाने को लेकर देश के कई जगहों पर विरोध हो रहे हैं। इसी बीच उत्तराखंड के ज्योर्ति मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केदारनाथ में सोने का घोटाला हुआ है, उस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ जैसा मंदिर बनाया जा रहा है। अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप लगाया कि केदारनाथ में घोटाला किया गया और अब क्या वैसा ही मंदिर दिल्ली में बनाया जाएगा।
VIDEO | Swami Avimukteshwaranand Saraswati, Shankaracharya of Jyotirmath was at 'Matoshree' in Mumbai on request of Shiv Sena (UBT) Chief Uddhav Thackeray. Here's what he said interacting with the media. "We follow Hindu religion. We believe in 'Punya' and 'Paap'. 'Vishwasghat'… pic.twitter.com/AZCJaDfHhi
— Press Trust of India (@PTI_News) July 15, 2024
बता दें सोमवार को ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अनुरोध पर मुंबई में मातोश्री का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हम हिंदू धर्म को मानते हैं। हम 'पुण्य' और 'पाप' में विश्वास करते हैं। 'विश्वासघात' को सबसे बड़ा पाप कहा जाता है, यही उद्धव ठाकरे के साथ हुआ है। उन्होंने मुझे बुलाया, मैं आया। उन्होंने स्वागत किया, हमने कहा कि उनके साथ हुए विश्वासघात से हमें दुख है। जब तक वे दोबारा सीएम नहीं बन जाते, हमारा दुख दूर नहीं होगा।
केदारनाथ मंदिर दिल्ली में नहीं बन सकताः शंकराचार्य स्वामी
इसके अलावा दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाए जाने को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने नराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर दिल्ली में नहीं बन सकता। 12 ज्योतिर्लिंग निर्धारित हैं। उनका स्थान तय है, यह गलत है। इस दौरान शंकराचार्य ने उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर से 228 किलो सोना का घोटाला होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मंदिर से 228 किलो सोना गायब है। उन्होंने इस मामले की जांच न होने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि किसी को इसकी परवाह नहीं है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। हम पीएम मोदी के शुभचिंतक हैं। उन्होंने पूछा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है. उन्होंने पूछा कि इतने तरह के घोटाले करने के बाद यह कहना कि वह दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की सफाई करेंगे, कितना उचित है।