Shivaji statue collapse case: स्ट्रक्चरल कॉन्ट्रैक्टर चेतन पाटिल कोल्हापुर से गिरफ्तार, मामले में पहली गिरफ्तारी
ब्यूरो: छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा ढहने के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। जिस स्ट्रक्चरल इंजीनियर के खिलाफ केस दर्ज हुआ था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी चेतन पाटिल की गिरफ्तारी कोल्हापुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पाटिल को हिरासत में लेकर आगे की जांच के लिए सिंधुदुर्ग पुलिस को सौंप दिया है। कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने पाटिल की गिरफ्तारी की पुष्टि की। कलाकार जयदीप आप्टे का नाम भी एफआईआर में दर्ज है और उन्हें अभी तक नहीं पकड़ा जा सका है।
कोल्हापुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि "पुलिस ने मलावन में गिरी छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को हिरासत में लिया। उसे कोल्हापुर से हिरासत में लिया गया। सिंधुदुर्ग पुलिस में दर्ज एफआईआर में उसका नाम था। कोल्हापुर पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा की एक टीम ने कल रात करीब 12.30 बजे उसका पता लगाया और उसे हिरासत में लिया। बाद में उसे सिंधुदुर्ग पुलिस को सौंप दिया गया"।
पाटिल ने मूर्ति डिजाइन में भूमिका से किया इनकार
कोल्हापुर में रहने वाले पाटिल ने पहले दावा किया था कि अब वह मूर्ति के डिजाइन के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। पाटिल ने बताया कि उन्होंने केवल मंच का डिजाइन तैयार किया था और मूर्ति के निर्माण में उनकी कोई भूमिका नहीं थी, जिसे कथित तौर पर ठाणे स्थित एक कंपनी के माध्यम से निपटाया गया था।
आपको बता दें कि पिछले साल नौसेना दिवस पर सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण की गई सत्रहवीं सदी के मराठा योद्धा राजा की 35 फीट ऊंची मूर्ति सोमवार को ढह गई। इस घटना ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के लिए काफी शर्मिंदगी पैदा की है, जिसके कारण विपक्षी दलों ने आलोचना और विरोध प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री शिंदे ने स्पष्ट किया कि मूर्ति को भारतीय नौसेना की सहायता से डिजाइन और निर्मित किया गया था।