ब्यूरोः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
#WATCH नालंदा, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। pic.twitter.com/ghJCTuzfcX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2024
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि नया अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय भारत की सॉफ्ट पावर को फिर से पेश करेगा।
Nalanda is a symbol of India's academic heritage and vibrant cultural exchange. Speaking at inauguration of the new campus of the Nalanda University in Bihar. https://t.co/vYunWZnh4c
— Narendra Modi (@narendramodi) June 19, 2024
ऐतिहासिक रूप से जुड़े इस विश्वविद्यालय का निर्माण नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत किया गया था। इस अधिनियम में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 2007 में फिलीपींस में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय को लागू करने का प्रावधान था।
Prime Minister Narendra Modi, EAM Dr S Jaishankar, Bihar Governor Rajendra Arlekar, CM Nitish Kumar, Deputy CMs Samrat Choudhary and Vijay Sinha & other delegates at the new campus of Nalanda University. Ambassadors of 17 countries are also attending the event. pic.twitter.com/6IicJfnL6S
— ANI (@ANI) June 19, 2024
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के 10 दिन के भीतर मुझे नालंदा आने का अवसर मिला। नालंदा सिर्फ एक नाम नहीं है, यह एक पहचान और सम्मान है। नालंदा एक मूल्य और मंत्र है। आग किताबों को जला सकती है, लेकिन ज्ञान को नष्ट नहीं कर सकती।
#WATCH | Bihar: At the inauguration of the new campus of Nalanda University, Prime Minister Narendra Modi says, " I am happy that I got the opportunity to visit Nalanda within 10 days after swearing in as PM for the 3rd time...Nalanda is not just a name, it is an identity and… pic.twitter.com/jjZL7gWqDW
— ANI (@ANI) June 19, 2024
पांचवीं शताब्दी में स्थापित किया गया था नालंदा विश्वविद्यालय
पांचवीं शताब्दी में स्थापित नालंदा विश्वविद्यालय ने दुनिया भर से छात्रों को आकर्षित किया और 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए जाने से पहले 800 वर्षों तक फला-फूला। विश्वविद्यालय का नया परिसर नालंदा के प्राचीन खंडहरों के स्थल के करीब है। नए विश्वविद्यालय ने 14 छात्रों के साथ एक अस्थायी स्थान से 2014 में काम करना शुरू किया। विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य 2017 में शुरू हुआ था।
Today, we are inaugurating the new campus of Nalanda University. It is a reiteration of our commitment to encourage learning, research and innovation. It is also an effort to draw the best scholars from the world to come and pursue their education in our country. pic.twitter.com/MuwKNs6m0Z
— Narendra Modi (@narendramodi) June 19, 2024
विश्वविद्यालय में 17 अन्य देशों की भागीदारी
भारत के अलावा, विश्वविद्यालय में 17 अन्य देश जैसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाईलैंड, बांग्लादेश, भूटान, ब्रुनेई दारुस्सलाम, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओस, मॉरीशस, म्यांमार और वियतनाम की भागीदारी है। इन देशों ने विश्वविद्यालय के समर्थन में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं।
शैक्षणिक वर्ष 2022-24, 2023-25 के लिए स्नातकोत्तर कार्यक्रमों और 2023-27 में पीएचडी कार्यक्रम के लिए नामांकित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में अर्जेंटीना, लाइबेरिया, म्यांमार, मोजाम्बिक, नेपाल, नाइजीरिया, कांगो गणराज्य, दक्षिण सूडान, श्रीलंका, सर्बिया, सिएरा लियोन, थाईलैंड, तुर्किये, युगांडा, अमेरिका, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, घाना, इंडोनेशिया, केन्या, लाओस, वियतनाम और जिम्बाब्वे के छात्र शामिल हैं। नालंदा विश्वविद्यालय में 6 स्कूल हैं, जिनमें बौद्ध अध्ययन, दर्शन और तुलनात्मक धर्म स्कूल, ऐतिहासिक अध्ययन स्कूल, पारिस्थितिकी और पर्यावरण अध्ययन स्कूल, सतत विकास और प्रबंधन स्कूल शामिल हैं।