Sunday 24th of November 2024

Kolkata rape-murder: संदीप घोष के आवास पर CBI की छापेमारी, वित्तीय गड़बड़ी का केस दर्ज

Reported by: PTC Bharat Desk  |  Edited by: Deepak Kumar  |  August 25th 2024 10:01 AM  |  Updated: August 25th 2024 10:01 AM

Kolkata rape-murder: संदीप घोष के आवास पर CBI की छापेमारी, वित्तीय गड़बड़ी का केस दर्ज

ब्यूरोः सीबीआई ने वित्तीय गड़बड़ी के मामले में रविवार सुबह आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के आवास पर छापा मारा। जांच एजेंसी ने घोष और उनके रिश्तेदारों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की है। वे सुबह 6:45 बजे पूर्व प्रिंसिपल के बेलेघाटा स्थित घर पहुंचे। 

इसके अलावा, सीबीआई की टीम कोलकाता के केष्टोपुर में डॉ. देबाशीष सोम के घर भी पहुंची। डॉ. सोम आरजी कर अस्पताल के फोरेंसिक विभाग से जुड़े हैं और संदीप घोष के करीबी हैं। ठिकानों में एंटाली में पूर्व अधीक्षक (एमएसवीपी) संजय वशिष्ठ और हावड़ा जिले के हाटगाचा में मेडिकल सप्लायर बिप्लब सिंह के घर भी शामिल हैं। 

पूर्व उप अधीक्षक ने दर्ज कराई शिकायत 

छात्रों और डॉक्टरों की ओर से आरजी कर में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाने के बाद यह मामला प्रकाश में आया, जिसमें प्रिंसिपल संदीप घोष को 'सरगना' बताया गया। इस संबंध में औपचारिक शिकायत अस्पताल के पूर्व उप अधीक्षक अख्तर अली ने दर्ज कराई। उन्होंने अपनी शिकायत में डॉ. सोम का नाम भी दर्ज कराया। 

उल्लेखनीय है कि शिकायत के बाद मामले की जांच कोलकाता पुलिस ने शुरू की थी, जिसे राज्य सरकार द्वारा गठित चार सदस्यीय एसआईटी ने अपने हाथ में ले लिया। एसआईटी का नेतृत्व स्वामी विवेकानंद राज्य पुलिस अकादमी के आईजी डॉ. प्रणव कुमार कर रहे थे। हालांकि, कलकत्ता हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के आदेश के बाद सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में ले लिया और नई एफआईआर दर्ज की। 

सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद एसआईटी ने आज सुबह निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय जाकर मामले से जुड़े सभी दस्तावेज सौंपे।

ये है मामला

गौर रहे कि 9 अगस्त को अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। बाद में 32 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर का शव कोलकाता के सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में पाया गया। अगले दिन अपराध के सिलसिले में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया।

इस बीच, सीबीआई ने लगातार 9 दिनों और 100 घंटों से अधिक समय तक संदीप घोष से पूछताछ की है। इसके अतिरिक्त, जांच एजेंसी ने संजय रॉय के करीबी सहयोगी घोष और छह अन्य अस्पताल कर्मचारियों सहित छह लोगों पर पॉलीग्राफ परीक्षण भी किया, जिन्होंने अपराध की रात पीड़िता के साथ भोजन किया था। सीबीआई रविवार को मुख्य आरोपी रॉय का पॉलीग्राफ परीक्षण करेगी।

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