ब्यूरो: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज (15 सितंबर) कहा कि वह दो दिन बाद ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। केजरीवाल ने कहा, "मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक लोग मुझसे ऐसा करने के लिए नहीं कहेंगे।"
केजरीवाल ने कहा, 'मैं सीएम की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब लोग मुझे ईमानदारी का सर्टिफिकेट देंगे; मैं जेल से बाहर आने के बाद अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं।' आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। विधायक दल की मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाए। मनीष सिसोदिया के मन में भी वही पीड़ा है। उनका भी कहना है कि डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब जनता कहेगी कि मनीष सिसोदिया ईमानदार हैं। हम दोनों जनता की अदालत में जाएंगे, जनता कहेगी कि ईमानदार हैं, तभी कुर्सी पर बैठेंगे। 2020 में कहा था कि काम किया था तो वोट देना। आज कह रहा हूं कि ईमानदार हूं तो वोट देना।
Delhi: CM Arvind Kejriwal says, "... I am going to resign from the CM position after two days. I will not sit on the CM chair until the people give their verdict... I will go to every house and street and not sit on the CM chair till I get a verdict from the people..." pic.twitter.com/MVTPWXv1D0
— ANI (@ANI) September 15, 2024
वह रविवार सुबह दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे। गौरतलब है कि शुक्रवार रात तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद यह उनका पहला दौरा है। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि केजरीवाल राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा, "उन्होंने जेल से भी पार्टी को एकजुट रखा। और कार्यकर्ताओं ने इसे बाहर से एकजुट रखा। अगर किसी और पार्टी को इतनी समस्याओं का सामना करना पड़ता, तो वह टूट जाती।" इससे पहले शनिवार को केजरीवाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें हरियाणा में विधानसभा चुनाव और राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी संगठन समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। आप नेताओं ने कहा कि केजरीवाल हरियाणा में प्रचार करेंगे, जहां पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
आप महासचिव और सांसद संदीप पाठक ने एएनआई को बताया कि वे हरियाणा में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे। बैठक आप के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर हुई। बैठक में पार्टी नेता संजय सिंह और गोपाल राय भी मौजूद थे। जेल से रिहा होने के बाद केजरीवाल ने चंदगीराम अखाड़े से अपने आधिकारिक आवास तक रोड शो किया। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के कुछ घंटों बाद शुक्रवार शाम को उन्हें तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया। केजरीवाल के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए विशेष सीबीआई जज के समक्ष उनकी रिहाई के लिए जमानती बांड पेश किए। रिहाई के बाद केजरीवाल का तिहाड़ जेल के बाहर आप नेताओं और समर्थकों की भारी भीड़ ने स्वागत किया। उनके समर्थकों ने उनके आवास के बाहर पटाखे फोड़कर जश्न मनाया।
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देते हुए कहा कि लंबे समय तक जेल में रखना स्वतंत्रता से अन्यायपूर्ण वंचना है। शीर्ष अदालत ने केजरीवाल की रिहाई पर कुछ शर्तें भी रखीं, जिसमें यह भी शामिल है कि वह मामले के बारे में कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करेंगे और छूट न मिलने तक ट्रायल कोर्ट के समक्ष सभी सुनवाई में उपस्थित रहेंगे।