ब्यूरोः दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों में बुधवार सुबह मध्यम से भारी बारिश हुई, जिससे लगातार उमस भरे मौसम से राहत मिली। सुबह-सुबह हुई बारिश ने उन निवासियों को राहत दी, जो पिछले कुछ दिनों से उच्च आर्द्रता के स्तर को झेल रहे थे। दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों से तस्वीरें सामने आईं, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में बारिश देखी गई।
मौसम की रिपोर्ट के अनुसार कई इलाकों में भारी बारिश हुई। यात्रियों ने बारिश का सामना किया और कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर जाने के कारण यातायात धीमा हो गया। हालांकि, ठंडी हवा और आसमान में बादल छाए रहने से कई लोगों को राहत मिली। मौसम विज्ञानियों ने इस बारिश की भविष्यवाणी की थी और इसे आगे बढ़ते मानसून सिस्टम के कारण बताया था। पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश जारी रहने की उम्मीद है, जिससे भीषण गर्मी और उमस से राहत मिलने की संभावना है।
दिल्ली में बारिश
इससे पहले 22 जुलाई को दिल्ली-एनसीआर में मध्यम बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया था और शहर भर में यातायात प्रभावित हुआ था। विभिन्न इलाकों से ली गई तस्वीरों में जलमग्न सड़कों से वाहन गुजरते हुए दिखाई दे रहे थे। जलभराव के कारण सार्वजनिक परिवहन सहित कई वाहन खराब हो गए और यातायात को दूसरे मार्गों पर मोड़ना पड़ा। शहर के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग में 31.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पीतमपुरा में 48.5 मिमी और दिल्ली विश्वविद्यालय में 39.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
भारत में मानसून
भारत के बड़े हिस्से में भारी बारिश ने जून में हुई कमी की भरपाई कर दी है, जिससे कुल मानसून वर्षा अधिशेष श्रेणी में आ गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और प्रायद्वीपीय भारत के पश्चिमी हिस्सों में और अगले कुछ दिनों के दौरान पूर्वोत्तर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। चावल, गेहूं और गन्ने जैसी महत्वपूर्ण फसलों के विश्व के शीर्ष उत्पादक भारत में जून में 11 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में 33 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।