SORRY SIR....पटना में पुलिसकर्मी ने एसडीएम को प्रदर्शनकारी समझकर मारी लाठी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
ब्यूरोः बुधवार को भारत बंद समर्थकों पर लाठीचार्ज के दौरान पटना के एसडीएम श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर को गलती से एक पुलिसकर्मी ने डंडे से मार दिया। इसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में सादे कपड़ों में एसडीएम को एक पुलिसकर्मी डंडे से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है। घटना से एसडीएम हैरान दिखाई दे रहे हैं, जबकि पुलिसकर्मी के साथी उन्हें तुरंत वहां से हटाकर गलती की जानकारी देते हैं। इसके बाद पुलिसकर्मी एसडीएम से माफी मांगते और उनसे बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
भारत बंद के दौरान पटना में लाठीचार्ज। पुलिस वालों से गलती से SDM को ही लाठी मार दिया pic.twitter.com/mHARMWx7bF
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) August 21, 2024
जानकारी के अनुसार यह असामान्य घटना बिहार के पटना में डाक बंगला चौराहे पर हुई। जेपी गोलंबर चौराहे पर बैरिकेड तोड़कर प्रदर्शनकारी डाक बंगला पहुंचे, जहां सुरक्षा बलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
भारत बंद की मिली मिली-जुली प्रतिक्रिया
भारत बंद की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है, जिसका सबसे अधिक असर बिहार, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में देखा गया। सुप्रीम कोर्ट के 1 अगस्त के फैसले के जवाब में ‘आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति’ ने बंद का आह्वान किया था। 6:1 बहुमत से लिया गया यह फैसला राज्य सरकारों द्वारा अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के आगे उप-वर्गीकरण की अनुमति देता है, ताकि इन समूहों के भीतर अधिक पिछड़ी जातियों को कोटा दिया जा सके।
आयोजकों की मांग है कि इस फैसले को पलट दिया जाए और केंद्र सरकार इस फैसले को खारिज करे। उनकी अन्य मांगों में शामिल हैं: एससी, एसटी और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए न्याय और समानता सुनिश्चित करना; आरक्षण पर संसद का एक नया अधिनियम बनाना; केंद्र सरकार की नौकरियों में एससी/एसटी/ओबीसी पर जाति-आधारित डेटा जारी करना; उच्च न्यायपालिका में इन समूहों के लिए 50% प्रतिनिधित्व का लक्ष्य निर्धारित करना, केंद्र व राज्य सरकार की नौकरियों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में बैकलॉग रिक्तियों को भरना।