Tuesday 17th of September 2024

विवादों में घिरी कंधार हाईजैक सीरीज 'IC 814', आईबी मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स कंटेंट हेड को किया समन

Reported by: PTC Bharat Desk  |  Edited by: Deepak Kumar  |  September 02nd 2024 02:24 PM  |  Updated: September 02nd 2024 02:24 PM

विवादों में घिरी कंधार हाईजैक सीरीज 'IC 814', आईबी मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स कंटेंट हेड को किया समन

ब्यूरोः नेटफ्लिक्स को सोमवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स प्लेटफॉर्म की 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' वेब सीरीज से जुड़े विवाद को लेकर तलब किया गया। यह घटनाक्रम एक्स पर सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा यह आरोप लगाए जाने के बाद हुआ है कि सीरीज गलत है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1 सितंबर को सोशल मीडिया यूजर्स ने आरोप लगाया कि नेटफ्लिक्स सीरीज “आईसी 814: द कंधार हाईजैक” 1999 की घटना में शामिल आतंकवादियों की असली पहचान छिपा रही है। आरोपों के जवाब में शो के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने उसी दिन दावा किया कि अपराधियों ने एक-दूसरे के लिए उपनामों का इस्तेमाल किया और शो के लिए उचित शोध किया गया था।

24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस का विमान IC-814 काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 176 यात्रियों को लेकर नई दिल्ली के लिए उड़ा था। इस विमान को 5नकाबपोश आतंकियों ने हवा में ही हाईजैक कर लिया। ये आतंकवादी विमान को अमृतसर, लाहौर और दुबई होते हुए कंधार ले जाते हैं। अपहरण की घटना 7 दिनों तक चलती रही, जो अब तक की सबसे लंबी घटना है।

सीरीज को लेकर क्या है विवाद?

विमान को हाईजैक करने वाले पांचों आतंकवादी सभी मुस्लिम थे। जिनके नाम इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सनी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे। लेकिन इस वेब सीरीज में 2 आतंकवादियों के नाम बदलकर बर्गर, चीफ, शंकर और भोला कर दिए गए हैं। इस पर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स सीरीज का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। किरदार के बदले नाम को लेकर सीरीज के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने रविवार को दावा किया कि इस घटना में शामिल आतंकवादियों ने एक-दूसरे के अलग-अलग नाम यानी फर्जी नामों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने यह भी बताया कि इस सीरीज को तैयार करने के लिए काफी रिसर्च की गई है। 

हालांकि, अब उनके ट्वीट का बड़ा हिस्सा संपादित कर दिया गया है और अब इसमें केवल यही लिखा है, "कलाकारों को पसंद करने के लिए आप सभी का धन्यवाद। मेरी टीम को और विशेष रूप से अनुभव सिन्हा को हम पर भरोसा करने और मुझे खोज करने की स्वतंत्रता देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। #IC814 #Netflix।"

यहां देखें राजनीतिक नेताओं ने क्या कहा

वेब सीरीज पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा नेता अमित मालवीय ने इन नामों का उपयोग करने के लिए वेबसीरीज के निर्माताओं की आलोचना की। उन्होंने X पर एक पोस्ट में कहा कि IC-814 के अपहरणकर्ता खूंखार आतंकवादी थे, जिन्होंने अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए छद्म नाम अपनाए थे। फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने उनके गैर-मुस्लिम नामों को आगे बढ़ाकर उनके आपराधिक इरादे को वैध बनाया। परिणाम? दशकों बाद, लोग सोचेंगे कि हिंदुओं ने IC-814 का अपहरण किया।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादियों, सभी मुसलमानों के अपराधों को छिपाने के लिए वामपंथियों के एजेंडे ने काम किया। यह सिनेमा की शक्ति है, जिसका कम्युनिस्ट 70 के दशक से ही आक्रामक तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। 

डायरेक्टर को ट्रोल कर रहे यूजर

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने कहा कि डायरेक्टर जानबूझ कर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश की जा रही है। एक अन्य यूजर ने कहा कि आईसी 814 की त्रासदी को हास्यास्पद कहानी में बदलकर सिन्हा ने दिखा दिया है कि उनकी निष्ठा कहां है। उनकी निष्ठा पीड़ितों या सच्चाई के साथ नहीं है, बल्कि एक कपटी एजेंडे के साथ है जो आतंकवाद की क्रूरता को कम करने और हिंदू समुदाय को बदनाम करने की कोशिश करता है।

कंधार अपहरण की घटना में क्या हुआ था

गौर रहे कि इब्राहिम अतहर, सनी अहमद काजी, जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर और सईद शाकिर जैसे पांच आतंकियों ने 24 दिसंबर, 1999 को नेपाल के काठमांडू से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए उड़ान भरते समय आईसी-814 विमान का अपहरण कर लिया था। इस घटना के दौरान विमान में सवार कम से कम 154 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को आठ दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था। हाईजैक के तुरंत बाद विमान ने अफगानिस्तान के कंधार ले जाने से पहले अमृतसर, लाहौर और दुबई में कई बार लैंडिंग की।

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