Kolkata rape and murder case: CBI और बंगाल पुलिस ने सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
ब्यूरो: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और बंगाल पुलिस ने कोलकाता में एक डॉक्टर की क्रूर हत्या और बलात्कार के संबंध में अपनी जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है। इस मामले ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया है, जिसके कारण गहन और निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। इन सीलबंद रिपोर्टों को प्रस्तुत करना मामले में प्रगति का संकेत देता है, और अदालती कार्यवाही के दौरान आगे के विवरण सामने आने की उम्मीद है।
इससे पहले मंगलवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने प्राथमिकी दर्ज करने में देरी को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई थी। मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह घटना पूरे भारत में चिकित्सकों की सुरक्षा के संबंध में व्यवस्थागत मुद्दे को उठाती है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि अगर महिलाएं काम पर नहीं जा पा रही हैं और काम करने की स्थितियां सुरक्षित नहीं हैं तो हम उन्हें समानता से वंचित कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की थी और कहा था कि उनकी चिंता को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित अस्पताल के एक सेमीनार हॉल में जूनियर चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन हुए। अस्पताल के चेस्ट विभाग में नौ अगस्त को सेमीनार हॉल के भीतर चिकित्सक का शव पाया गया था जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे।
कोलकाता पुलिस ने इस घटना के संबंध में अगले दिन एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया और सीबीआई ने 14 अगस्त को जांच शुरू कर दी।