ब्यूरोः 26 वर्षीय महालक्ष्मी की हत्या कर शव के टुकड़ों को बेंगलुरु के एक फ्रिज में रखने वाले आरोपी ने आत्महत्या कर ली है। आरोपी ने सुसाइड नोट में दावा किया है कि उसने यह अपराध इसलिए किया क्योंकि वह उसके व्यवहार से तंग आ चुका था।
आरोपी का सुसाइड नोट बरामद
पुलिस ने पीड़िता महालक्ष्मी के सहकर्मी मुक्तिराजन रॉय द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उसने जघन्य अपराध कबूल किया है। सूत्रों के अनुसार, डेथ नोट उसकी डायरी में लिखा गया था। आरोपी ने अपनी डायरी में लिखा था कि मैंने 3 सितंबर को अपनी प्रेमिका महालक्ष्मी की हत्या कर दी। उसने लिखा कि मैं उसके व्यवहार से तंग आ चुका था। मैंने उससे निजी मुद्दों पर झगड़ा किया और महालक्ष्मी ने मुझ पर हमला किया। उसके व्यवहार से क्रोधित होकर मैंने उसे मार डाला।
उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उसे मारने के बाद मैंने उसके शरीर के 59 टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में रख दिया। मैंने यह काम इसलिए किया क्योंकि मैं उसके व्यवहार से तंग आ चुका था। यह सुसाइड नोट तब मिला जब अधिकारी हत्यारे मुक्तिरंजन रॉय के बारे में उसके घर पर जानकारी जुटा रहे थे। रॉय ने बुधवार को आत्महत्या कर ली थी। उसे ओडिशा के भद्रक जिले में एक पेड़ से लटका पाया गया।
इस मामले पर पुलिस ने कहा कि संदिग्ध हत्यारा बुधवार को पांडी गांव पहुंचा और घर पर ही रहा। वह दोपहिया वाहन पर घर से निकला था। उसका शव स्थानीय लोगों ने पाया। चौंकाने वाली हत्या के बाद मुक्तिरंजन गायब हो गया। कर्नाटक पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए ओडिशा में चार टीमें भेजी थीं। 1 सितंबर से आरोपी हत्यारे ने काम पर आना बंद कर दिया था। महालक्ष्मी का काम पर आखिरी दिन 1 सितंबर था।
इस मामले पर कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा था कि पुलिस को पता चला है कि अपराधी ओडिशा में है और उसे पकड़ने के लिए कई टीमें भेजी गई हैं। हम इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि हत्या ने पूरे बेंगलुरु को झकझोर कर रख दिया है। परमेश्वर ने कहा कि पुलिस ने रॉय को मुख्य आरोपी के रूप में पहचाना है और ओडिशा में एक जगह से दूसरी जगह जाने के दौरान उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।