ब्यूरो: 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में पूर्ण बजट पेश करेंगी। इस बजट में सरकार आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर बड़ा ऐलान कर सकती है। केंद्र सरकार केंद्रीय बजट 2024 में बीमा कवरेज को बढ़ाकर 10 लाख रुपये प्रति वर्ष कर सकती है।
सरकारी खजाने पर बढ़ेगा बोझ
बता दें सरकार आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभार्थी आधार को दोगुना करने पर विचार कर रही है, जिसकी शुरुआत 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को शामिल करने से होगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अगर प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है, तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा तैयार अनुमानों के अनुसार, सरकारी खजाने पर सालाना 12,076 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च आएगा।
सूत्रों ने कहा कि अगले तीन वर्षों में AB-PMJAY के तहत लाभार्थी आधार को दोगुना करने पर चर्चा हो रही है, जिसे अगर लागू किया जाता है, तो देश की दो-तिहाई से अधिक आबादी को स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। साथ ही चिकित्सा व्यय परिवारों को ऋणग्रस्तता की ओर धकेलने वाले सबसे बड़े कारणों में से एक है। कवरेज राशि की सीमा को मौजूदा 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने के प्रस्ताव को अंतिम रूप देने पर भी विचार-विमर्श चल रहा है।
गौरतलब है कि AB-PMJAY के लिए 5 लाख रुपये की सीमा 2018 में तय की गई थी। कवर राशि को दोगुना करने का उद्देश्य मुद्रास्फीति को कम करना और प्रत्यारोपण, कैंसर आदि जैसे उच्च लागत वाले उपचारों के मामले में परिवारों को राहत प्रदान करना है।
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत एक प्रमुख योजना है जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 की सिफारिश के अनुसार सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए शुरू किया गया था। इस पहल को सतत विकास लक्ष्यों (SDG) और इसकी रेखांकित प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना है।
यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य 12 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करना है।