Virat-Rohit Retirement: वर्ल्ड कप जिताकर विराट-रोहित ने टी20 से लिया संन्यास, एक युग का हुआ अंत
ब्यूरोः टी20 क्रिकेट के दो सबसे मशहूर खिलाड़ियों ने विश्व विजेता का खिताब जीतने के बाद विदाई ली। विराट कोहली और रोहित शर्मा ने 29 जून को बारबाडोस में भारत को टी20 विश्व कप जीत दिलाने के बाद खेल के सबसे छोटे प्रारूप टी20 से संन्यास ले लिया। भारत ने 11 साल बाद ICC खिताब जीता था और यह रोहित ही थे जिन्होंने एक बहुचर्चित और निराशाजनक सूखे को खत्म करने में मदद की।
कहते हैं समय सब कुछ ठीक कर देता है। रोहित शर्मा के लिए ऐसा ही हुआ। 7 महीने पहले भारतीय कप्तान भावनात्मक रूप से टूट चुके थे। शनिवार को उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। रोहित की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने अपने साथी विराट कोहली को गले लगाया। इसके बाद विराट कोहली के साथ रोहित शर्मा ने चेहरे पर मुस्कान के साथ टी20 क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।
रोहित शर्मा ने कहा कि इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी मैच भी था। जब से मैंने इस प्रारूप को खेलना शुरू किया है तब से मैंने इसका आनंद लिया है। मुझे इसका हर पल पसंद आया है। मैं यही चाहता था। मैं कप जीतना चाहता था।' हिटमैन के इस बयान के बाद मीडिया ने भी तालियों से उन्हें बधाई दी और उनका हौसला बढ़ाया।
वहीं, कोहली ने कहा कि यह मेरा आखिरी टी20 विश्व कप था, हम यही हासिल करना चाहते थे। एक दिन आपको ऐसा महसूस होता है कि आप दौड़ नहीं सकते और ऐसा होता है, भगवान महान है। बस अवसर, अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति थी। भारत के लिए खेलते हुए यह मेरा आखिरी टी20 मैच था।
बता दें टी20 विश्व कप में पहले नंबर पर विराट और दूसरे नंबर पर रोहित शर्मा हैं। विराट ने टी20 विश्व कप में 35 मैचों में 58.72 के औसत और 128.81 के स्ट्राइक रेट से 1292 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 15 अर्धशतक लगाए। नाबाद 89 रन टी20 विश्व कप में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है। वहीं, रोहित ने टी20 विश्व कप के 47 मैचों में 34.85 की औसत और 133.04 के स्ट्राइक रेट से 1220 रन बनाए। इनमें 12 अर्धशतक शामिल हैं। 92 रन उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है। रोहित शर्मा 2007 में टी20 विश्व कप का हिस्सा थे। उन्होंने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती। विराट कोहली ने 2011 में वनडे विश्व कप जीता। वह इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। फिर शनिवार को बारबाडोस में टी 20 विश्व कप ट्रॉफी को अपने नाम किया।