Raksha Bandhan पर अपशगुन से बचने के लिए बांधें 3 गांठें, थाली में जरूर शामिल करें ये चीजें
ब्यूरोः भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार इस बार सोमवार, 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस बार का रक्षाबंधन सावन माह के आखिरी सोमवार को मनाया जाएगा। लेकिन राखी दोपहर 1.30 के बाद ही बांधी जा सकेगी, ऐसा भद्रा के कारण हो रहा है। रक्षाबंधन के दिन बहनें भाइयों की कलाइयों पर राखी बांध कर उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। भाई के हाथ में राखी बांधते समय 3 गांठे लगाई जाती हैं। आपके लिए जानना जरुरी है कि इन तीन गांठों का धार्मिक महत्व क्या होता है। ऐसे में जानते हैं राखी में तीन गांठ लगाने का कारण और इसका महत्व...
3 गांठ क्यों लगाई जाती है
रक्षाबंधन के दिन शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाई की कलाई में राखी बांधती हैं। राखी बांधते समय ध्यान रखना चाहिए कि उसमें तीन गांठें लगाई जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि राखी में 3 गांठ लगाए बिना रक्षा सूत्र अधूरा माना जाता है। हिन्दु धर्म में मान्यता है कि राखी में तीन गांठ लगाना बेहद शुभ होता है। इसका वजह ब्रह्मा, विष्णु और महेश यानी त्रिदेव से है।
3 गांठों का महत्व
- पहली गांठ भाई की लंबी उम्र के लिए होती है।
- दूसरी गांठ स्वयं की लंबी उम्र के लिए लगाते हैं।
- तीसरी गांठ भाई-बहन के रिश्ते में प्यार और मिठास लाने के लिए होती है।
राखी बांधना जितना महत्वपूर्ण होता है, राखी की थाली को सही से सजाना भी उतना जरुरी होता है। ऐसे में जान लेते हैं कि रक्षाबंधन के शुभ दिन थाली में किन चीज़ों को शामिल करना जरुरी होता है।
राखी या रक्षा सूत्र
हिंदु धर्म में मान्यता है कि रक्षा सूत्र बांधने से शारीरिक दोषों से छुटकारा मिलता है। यदि शरीर में कोई बीमारी इन दोषों से जुड़ी हुई हो तो राखी के साथ रक्षा सूत्र भी बांधें।
अक्षत
अक्षत को काफी शुभ माना जाता है। अक्षत का मतलब कच्चा सफेद चावल होता है। किसी भी पूजा में अक्षत जरुर शामिल करना चाहिए। भाई के माथे पर तिलक लगाने के बाद अक्षत लगाया जाता है।
कुमकुम या रोली
सनातन धर्म के अनुसार किसी भी शुभ कार्य में सबसे पहले कुमकुम से माथे पर तिलक लगाया जाता है। राखी की थाली में कुमकुम या रोली का होना जरूरी है। इसे लंबी उम्र और विजय का प्रतीक भी माना जाता है।
दीपक
कहा जाता है कि राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारने से भाई बुरी नजर से बचता है। इसलिए राखी की थाली में दीपक जरूर रखें।
मिठाई
मिठाइयां रिश्तों में मिठास लाती हैं। राखी बांधने के बाद भाई-बहन एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं। इसलिए रक्षाबंधन की थाली सजाते समय उसमें मिठाई भी रखनी चाहिए।
नारियल
नारियल या श्रीफल को देवी लक्ष्मी का फल माना जाता है। कहीं कहीं पर रक्षाबंधन के दिन पूजा की थाली में तिलक करने के बाद बहन अपने भाई को नारियल देती है।