सिखों की पगड़ी और कड़े पर टिप्पणी कर फंसे राहुल गांधी!, भाजपा बोली- उन्हें अदालत तक लेकर जाएंगे
ब्यूरो: लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं। इस मौके पर उन्होंने एक रैली के दौरान बीजेपी पर निशाना साधा। अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने एक शख्स से उनका नाम पूछा और कहा कि भारत में इस बात को लेकर विवाद है कि क्या एक सिख को पगड़ी और कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी, क्या एक सिख गुरुद्वारे में जा सकता है।
राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले आपको ये समझना होगा कि लड़ाई किस बात को लेकर है। लड़ाई राजनीति की नहीं है। इस तरह का युद्ध सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है। मैं तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल जैसे कई स्थानों से लोगों को आते देखता हूं। मैं केरल से सांसद हूं। केरल और पंजाब सरल शब्द हैं लेकिन आपका इतिहास, आपकी भाषा और आपकी परंपरा इन शब्दों में है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह उनके खिलाफ केस करेंगे और उन्हें कोर्ट में घसीटेंगे।
आरपी सिंह ने कहा कि दिल्ली में 3000 सिखों का नरसंहार किया गया, उनकी पगड़ियां उतार दी गईं, उनके बाल काट दिए गए और उनकी दाढ़ी काट दी गई। उनके गले में टायर डालकर जला दिया गया। राहुल गांधी यह नहीं बताते कि उनके सत्ता में रहते हुए ऐसा हुआ था। यह नहीं कह रहा कि ऐसा तब हुआ जब वह सरकार में थे। आज कोई भी योजना जारी होती है तो सबके लिए एक जैसी ही होती है। किसान सम्मान निधि दी जा रही है तो सभी को समान राशि मिल रही है। लोगों को छत और मकान मिल रहे हैं तो बराबर मिल रहे हैं। पीएम मोदी के कार्यकाल में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया। मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वह सिखों के बारे में जो कह रहे हैं वह भारत में भी कहें। मैं उसके खिलाफ केस दर्ज कराऊंगा। मैं उन्हें अदालत तक ले जाऊंगा।
राहुल गांधी के पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जब राहुल गांधी विपक्ष के नेता नहीं थे, तब वे कभी भी अपने शब्दों को लेकर मजबूत नहीं थे। वे अज्ञानता या ज्ञान की कमी के कारण बोलते हैं। कुछ संवेदनशील मुद्दे हैं, जिनमें हमारी राष्ट्रीय पहचान, एकता, विविधता में एकता की ताकत शामिल है। जब वे ऐसे विषयों पर बोलते हैं, तो ऐसा लगता है कि वे उन चीजों पर एक नया, बल्कि खतरनाक नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहे हैं... वे कहते हैं कि देश में सिखों को 'पगड़ी' और 'कड़ा' पहनने में परेशानी हो रही है। लेकिन मुझे इस बात पर बेहद गर्व है कि इस सरकार ने सिख समुदाय के मुद्दों और चिंताओं को दूर करने के लिए अपने रास्ते से हटकर काम किया है। मुझे नहीं लगता कि 1947 के बाद हमारे इतिहास में सिखों ने कभी भी इतना सुरक्षित और सम्मानित महसूस किया है। अगर हमारे इतिहास में एक ऐसा समय रहा है, जब हमने एक समुदाय के रूप में असुरक्षा और अस्तित्व के खतरे की भावना महसूस की है, तो वह समय तब रहा है जब राहुल गांधी का परिवार सत्ता में रहा है... 1984 में, सिख समुदाय के खिलाफ एक नरसंहार किया गया था, जिसमें 3000 निर्दोष लोग मारे गए थेष।
पीएम मोदी पर हमला
इसके साथ ही राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में भी बात की और कहा कि उन्होंने कई सालों तक लोगों के दिलों में यह डर पैदा किया था, जिसे लोकसभा चुनाव के नतीजों ने एक सेकंड में खत्म कर दिया। आप इसे सीधे संसद में देख सकते हैं और मैं आपको बता सकता हूं कि पीएम मोदी का 56 इंच सीना का विचार सीधे भगवान से जुड़ा है। सब खत्म हो चुका है। यह अब इतिहास है। इसका एहसास उन्हें, सरकार और भारत में उनकी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों को भी है।