HeatWave: चिलचिलाती गर्मी में सेहतमंद रहना है तो अपनाएं ये टिप्स
ब्यूरोः दिल्ली की गर्मी अत्यधिक गर्म हो सकती है, तापमान अक्सर 40°C से ऊपर चला जाता है। हीटवेव्स गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकती हैं, जिनमें गर्मी से थकावट और हीटस्ट्रोक शामिल हैं। इन चिलचिलाती दिनों के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ रहने के लिए, कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। लू से प्रभावी ढंग से निपटने में आपकी मदद के लिए यहां 5 महत्वपूर्ण क्या करें और क्या न करें के बारे में बताया गया है।
गर्मी में क्या करें
खूब पानी पिएं: लू के दौरान, आपके शरीर से पसीने के माध्यम से सामान्य से अधिक पानी निकल जाता है। सुनिश्चित करें कि आप प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पियें। अपने शरीर के तरल पदार्थ के संतुलन को बनाए रखने के लिए अन्य हाइड्रेटिंग तरल पदार्थ जैसे नारियल पानी, ताजे फलों का रस और इलेक्ट्रोलाइट पेय शामिल करें।
हल्के कपड़े पहनें: सूती या लिनन जैसे सांस लेने योग्य कपड़ों से बने हल्के रंग के, ढीले-ढाले कपड़े चुनें। ये सामग्रियां हवा के संचार और पसीने को सोखकर आपके शरीर को ठंडा रखने में मदद करती हैं।
सीधे सूर्य के संपर्क में आने से बचें: सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच सूरज सबसे मजबूत होता है। इन घंटों के दौरान घर के अंदर रहने की कोशिश करें। यदि आपको बाहर जाने की आवश्यकता है, तो जब भी संभव हो छाया की तलाश करें और ज़ोरदार गतिविधियों से बचें।
पंखे और एयर कंडीशनर का उपयोग करें: सुनिश्चित करें कि आपके रहने का स्थान अच्छी तरह हवादार है। घर के अंदर तापमान कम रखने के लिए पंखे, एयर कंडीशनर या कूलर का उपयोग करें। ठंडे पानी से नहाना या अपनी त्वचा पर नम कपड़े का उपयोग करना भी आपके शरीर के तापमान को कम करने में मदद कर सकता है।
हल्का और ताजा खाएं: हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों का विकल्प चुनें: अपने आहार में बहुत सारे फल और सब्जियां शामिल करें, विशेष रूप से खीरे, तरबूज और संतरे जैसे उच्च पानी की मात्रा वाले। भारी, मसालेदार और तले हुए भोजन से बचें क्योंकि ये आपके शरीर की गर्मी बढ़ा सकते हैं।
क्या न करें
आउटडोर वर्कआउट सीमित करें: तीव्र शारीरिक गतिविधियों से निर्जलीकरण और गर्मी से संबंधित बीमारियाँ हो सकती हैं। यदि आपको व्यायाम करना ही है, तो इसे सुबह जल्दी या देर शाम को करें जब तापमान ठंडा हो।
गर्मी से संबंधित बीमारी के संकेतों को नजरअंदाज न करें: चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, अत्यधिक पसीना और तेज़ नाड़ी जैसे लक्षण गर्मी की थकावट का संकेत दे सकते हैं। यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो ठंडी जगह की तलाश करें, हाइड्रेटेड रहें और आराम करें। तेज बुखार, भ्रम या बेहोशी जैसे गंभीर लक्षणों के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
कैफीन और अल्कोहल का अधिक सेवन न करें: कैफीन और अल्कोहल निर्जलीकरण को बढ़ा सकते हैं। लू के दौरान कॉफी, चाय और मादक पेय जैसे पेय पदार्थों को सीमित करने का प्रयास करें। इसके बजाय, पानी और हाइड्रेटिंग तरल पदार्थों पर ध्यान दें।
भरी हुई और हवादार जगहों से बचें: बंद, कम हवादार जगहों पर समय बिताने से बचें। ये वातावरण जल्दी ही गर्म और दमघोंटू हो सकता है, जिससे हीटस्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। सुनिश्चित करें कि आप जहां भी हों वहां उचित वायु प्रवाह हो।
पार्क किए गए वाहन में किसी को भी न छोड़ें: पार्क की गई कार के अंदर का तापमान तेजी से बढ़ सकता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों के लिए घातक खतरा पैदा हो सकता है। वाहन में किसी को भी थोड़े समय के लिए भी लावारिस न छोड़ें।