Wayanad landslides:अब तक 318 मौत,राहत अभियान में तेजी के लिए सेना ने रातों-रात बनाया 190 फीट लंबा पुल
ब्यूरो: भारतीय सेना के मद्रास इंजीनियर्स ग्रुप ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए वायनाड भूस्खलन त्रासदी के बीच राहत कार्य को गति देने के लिए मात्र 16 घंटे में 190 फीट लंबा पुल बनाया। 24 टन की क्षमता वाले इस पुल का निर्माण वायनाड में मेजर सीता की देखरेख और प्रयासों में किया गया है।
भूस्खलन के कारण वायनाड बुरी तरह प्रभावित हुआ था, जिसके बाद विभिन्न क्षेत्रों से संपर्क पूरी तरह टूट गया था, इसलिए बचाव और राहत अभियान को जारी रखने के लिए इन क्षेत्रों तक पहुंचने की आवश्यकता थी। तदनुसार, मद्रास इंजीनियर्स ग्रुप ने 31 जुलाई को रात 9 बजे पुल का निर्माण शुरू किया। 16 घंटे के भीतर यानी 1 अगस्त को शाम 5:30 बजे पुल बनकर तैयार हो गया।
गौरतलब है कि केरल के वायनाड में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया था, क्योंकि इससे भारी भूस्खलन हुआ था, जिसमें लगभग 200 लोगों की मौत हो गई थी। दक्षिणी राज्य के इस जिले में भूस्खलन के बाद बचाव और राहत अभियान शुरू किया गया। एनडीआरएफ, भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल की टीमें भी हरकत में आ गईं।
वायनाड के लिए आईएमडी ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया
स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं। केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा है कि प्रभावितों को बचाना फिलहाल सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार तक वायनाड जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी केरल की निदेशक नीता के गोपाल ने कहा कि बारिश होगी, लेकिन बीच-बीच में मौसम साफ भी हो सकता है, जिससे बचावकर्मियों को भी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा, हमने वायनाड सहित केरल के 4 उत्तरी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दक्षिण में पथानामथिट्टा तक हमने येलो अलर्ट भी जारी किया है। कल से बारिश की गतिविधि में काफी कमी आएगी। इसलिए येलो अलर्ट केवल केरल के उत्तरी जिलों के लिए ही जारी किए जा रहे हैं। और फिर रविवार से इसमें कमी आएगी और उसके बाद अगले चार दिनों तक हमें केवल हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी।