5 से 6 लाख रुपये में बेचे गए यूजीसी-नेट परीक्षा के पेपर, CBI जांच में खुलासा
ब्यूरो: यूजीसी-नेट परीक्षा के पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आईपीसी की धारा 120बी और 420 के तहत एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने यूजीसी-नेट पेपर लीक मामले में 20 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
20 जून को शिक्षा मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग, शास्त्री भवन, नई दिल्ली के सचिव के संजय मूर्ति से एक लिखित शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें आरोप लगाया गया कि यूजीसी नेट-2024 का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा 18 जून को देश के विभिन्न शहरों में दो शिफ्टों में किया गया था। 19 जून को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को गृह मंत्रालय (एमएचए) के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से इनपुट मिले थे कि उक्त परीक्षा की शुचिता से समझौता किया जा सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई अहम खुलासे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई को जानकारी मिली है कि 16 जून को यूजीसी नेट परीक्षा के लीक होने की आशंका थी। इसके साथ ही सीबीआई को यह भी इनपुट मिला है कि यह पेपर 5 से 6 लाख रुपये में बेचा जा रहा था।