तिरुपति मंदिर में अमूल घी के इस्तेमाल की अफवाह फैलाने पर कंपनी का एक्शन, दर्ज कराई FIR
ब्यूरोः गुजरात स्थित डेयरी कंपनी अमूल ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर को ‘पशु वसा’ युक्त घी की आपूर्ति करने के झूठे दावे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अमूल की मूल कंपनी गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में घी मिलावटी था। उन्होंने एएनआई को बताया कि घी की प्रतिष्ठा को यह कहकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी कि यह अमूल का उत्पाद है।
उन्होंने कहा कि हमने अहमदाबाद में साइबर अपराध शाखा में एफआईआर दर्ज कराई है।” मेहता ने यह भी तर्क दिया कि अमूल के खिलाफ यह अभियान गंभीर है क्योंकि यह ब्रांड 36 लाख परिवारों का समर्थन करता है।
कभी भी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति नहीं कीः अमूल
प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा कि हमारे उत्पाद उच्चतम गुणवत्ता के हैं और उनकी सख्त गुणवत्ता जांच की जाती है। हम लोगों से हमारे खिलाफ दुष्प्रचार के प्रति सतर्क रहने को कहते हैं,” मेहता ने यह भी स्पष्ट किया कि अमूल ने कभी भी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति नहीं की है, जो मंदिर का प्रबंधन करता है।
इस मामले को लेकर अहमदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने पुष्टि की कि अमूल ने एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने कहा कि हमें कल अमूल कर्मचारियों से एक शिकायत मिली और हमने एफआईआर दर्ज कर ली है। उनके अनुसार, कुछ लोगों ने झूठे सोशल मीडिया अकाउंट से यह खबर फैलाई कि तिरुपति प्रसादम में इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ घी में पशु वसा है और इसे अमूल द्वारा आपूर्ति की गई है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और पूर्ववर्ती वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू में पशु वसा सहित ‘घटिया सामग्री’ का उपयोग करने का आरोप लगाया।