जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के कैंप पर आतंकियों का हमला, एक आतंकी ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी

By  Rahul Rana July 22nd 2024 09:22 AM

ब्यूरो: जम्मू के राजौरी में सोमवार (22 जनवरी) सुबह आतंकियों ने राजौरी के घोंधा में एक वीडीसी (ग्राम पंचायत सदस्य) के घर हमला कर दिया। हमले की खबर लगते ही 63 आरआर आर्मी कैंप से आई टुकड़ी ने जवाबी कार्रवाई की और एक आतंकी को मार गिराया। मुठभेड़ में एक जवान घायल हो गया। घायल सैनिक को गोली लगी है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक नागरिक के भी घायल होने की खबर है।



थोड़ी देर की गोलीबारी के बाद, सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। भारतीय सेना, रोमियो फोर्स की राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) इकाई, जम्मू और कश्मीर पुलिस (जेकेपी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मिलकर एक नए स्थापित शिविर पर हमले के बाद तलाशी अभियान चला रही है। शिविर को आतंकवादियों ने निशाना बनाया था, जिसके बाद खतरे का पता लगाने और उसे बेअसर करने के लिए एक संयुक्त सुरक्षा अभियान चलाया गया।

आतंकवादी मारा गया, एक जवान घायल

सूत्रों के अनुसार, सेना के शिविर पर हुए हमले में एक सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया है और एक आतंकवादी मारा गया, जबकि एक स्थानीय निवासी के घायल होने की सूचना है।

आज सुबह करीब 3:10 बजे आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौरी के गुंडा खवास में एक नवनिर्मित सेना शिविर पर हमला किया। गोलीबारी शौर्य चक्र विजेता और ग्राम रक्षा समिति (वीडीसी) के सदस्य पुरुषोत्तम कुमार के आवास के पास हुई, जिन्हें हाल ही में कालाकोट में एक आतंकवादी को मारने के बाद राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया था। सुरक्षा कारणों से उनके घर के पास सेना का शिविर बनाया गया था।

आतंकवादी हमले में कुमार के पिता घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हमले में तीन से चार आतंकवादियों के शामिल होने की संभावना है। 

सेना ने जम्मू क्षेत्र में सैनिकों की बढ़ाई तैनाती 

जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों के बीच भारतीय सेना ने सुरक्षा को मजबूत करने और किसी भी अन्य खतरे का मुकाबला करने के लिए जम्मू क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। कठुआ, सांबा, कठुआ समेत डोडा, बदरवाह और किश्तवाड़ में सेना की तैनाती बढ़ा दी गई है। इसके अलावा पश्चिमी कमान से भी और सैनिक भेजे गए हैं।

अंतर-कमांड में भी बदलाव किया गया है। चीनी सैनिकों के साथ झड़प (अप्रैल 2020) के बाद यह पहली बार है कि आतंकवादियों को खत्म करने के लिए क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती में इतना बड़ा बदलाव किया गया है।

जम्मू-कश्मीर में पिछले डेढ़ महीने में आतंकी हमलों में तेजी देखी गई है, जिसमें कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। 9 जून को रियासी में हुए आतंकी हमले में 9 नागरिक भी मारे गए थे।

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