Chardham Yatra 2024: चारधाम यात्रा के लिए 8 मई से हरिद्वार और ऋषिकेश में होंगे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन

By  Naveen Negi May 5th 2024 01:43 PM

ब्यूरो: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। यात्रा के लिए 8 मई से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में शुरू हो जाएंगे। अभी जिन भी श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, वह अब ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं।

बीते सालों से लगातार चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है और सरकार यात्रा को सुगम और सुविधाजनक बनाने का भरसक प्रयास कर रही है।

प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की पहले से ही व्यवस्था की है और अब ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का भी ऑप्शन खोला जा रहा है। यह ऑप्शन केवल यात्रा के प्रवेश द्वार हरिद्वार और ऋषिकेश में होगा। चारों धामों में रजिस्ट्रेशन की कोई व्यवस्था नहीं होगी। इसलिए यात्री चारों धामों में पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराकर पहुंचे।

पर्यटन विभाग ने चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत की बैठक कर प्रत्येक धाम से दो पुरोहितों को चुना गया है। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं इन पुरोहितों को अपनी समस्या बता सकते हैं। साथ ही यह तीर्थ पुरोहित धामों के यात्रा प्रबंधन की वास्तविक स्थिति से पर्यटन विभाग को समय-समय पर अवगत करवाएंगे। 

19 लाख से अधिक श्रद्धालु करा चुके रजिस्ट्रेशन

चारधाम यात्रा के लिए अब तक 19 लाख से अधिक श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग ने ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन सुविधा भी शुरू करने का निर्णय लिया।

8 मई से श्रद्धालु हरिद्वार में राही मोटल और ऋषिकेश में यात्रा रजिस्ट्रेशन ऑफिस व ट्रांजिट कैंप पर पहुंच कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। प्रत्येक धाम के लिए रोजाना ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सीमा ऋषिकेश में 1,000 और हरिद्वार में 500 निर्धारित की गई है।

अधिकतम 3 दिनों तक होगा रजिस्ट्रेशन 

श्रद्धालु चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए पंजीकरण काउंटरों पर अधिकतम तीन दिनों तक का पंजीकरण करा सकते हैं। इसके अलावा पर्यटन विभाग ने यात्रा को सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के पुरोहितों के साथ बैठक की। जिसमें चारों धामों के दो-दो तीर्थ पुरोहितों को चुना गया। यह लोग श्रद्धालुओं की हर संभव मदद करेंगे।

पुरोहितों में यमुनोत्री धाम से पुरषोत्तम उनियाल, अनिरुद्ध उनियाल, गंगोत्री धाम से रंजनीकांत सेमवाल, निखिलेश सेमवाल, केदारनाथ धाम से संतोष त्रिवेदी, पंकज शुक्ला और बदरीनाथ धाम से बृजेश सती व प्रवीन ध्यानी हैं।

पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि तीर्थ पुरोहितों के समन्वय से यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा भविष्य के लिए बेहतर योजना तैयार करने में सहायता मिलेगी।

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