देश भर के डॉक्टरों की होगी विशिष्ट पहचान, बनेगी आधार ID, रजिस्ट्रेशन शुरू

By  Deepak Kumar September 16th 2024 04:49 PM

ब्यूरोः नेशनल मेडिकल कमीशन यानी एनएमसी ने देश के सभी एमबीबीएस डॉक्टरों को विशिष्ट पहचान देने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि इसके लिए एनएमसी ने पोर्टल भी लॉन्च कर दिया है, जिस पर सभी पात्र एमबीबीएस डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. नेशनल मेडिकल रजिस्टर (एनएमआर) एक डेटाबेस है जहां सभी पंजीकृत डॉक्टर पंजीकृत होंगे। आधार आईडी के जरिए डॉक्टरों का प्रमाणीकरण जिसमें आधार आईडी के जरिए उनकी प्रामाणिकता का सत्यापन किया जाएगा.

सभी एमबीबीएस डॉक्टरों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन 

नेशनल मेडिकल कमीशन ने हाल ही में एक सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि 'इंडियन मेडिकल रजिस्टर (आईएमआर) पर पंजीकृत सभी एमबीबीएस डॉक्टरों को एनएमआर पर फिर से पंजीकृत होना होगा। सभी मेडिकल कॉलेज/संस्थान राज्य मेडिकल काउंसिल (एसएमसी) पोर्टल पर आपस में जुड़े हुए हैं। इसके अलावा, नोटिस में कहा गया है कि कुछ डेटा आम जनता को दिखाई देगा और अन्य केवल एनएमसी, एसएमसी, नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) और मेडिकल संस्थानों और एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड (ईएमआरबी) को दिखाई देगा।

कैसे होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया?

पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए, डॉक्टरों को अपनी आधार आईडी, अपने एमबीबीएस डिग्री प्रमाणपत्र की एक डिजिटल प्रति और राज्य चिकित्सा परिषद/भारतीय चिकित्सा परिषद से एक पंजीकरण प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी। पंजीकरण और पात्रता जैसे अतिरिक्त विवरण मैन्युअल रूप से दर्ज किए जा सकते हैं। फिर आवेदन स्वचालित रूप से सत्यापन के लिए संबंधित एसएमसी (राज्य चिकित्सा आयोग) को भेज दिया जाता है। इसके बाद एसएमसी आवेदन को आगे की समीक्षा के लिए संबंधित कॉलेज या संस्थान को भेज देगी। सफल सत्यापन के बाद आवेदन एनएमसी को भेजा जाता है।

एनएमसी द्वारा सत्यापन के बाद एनएमआर एक आईडी जारी करेगा। नोटिस में कहा गया है कि इस प्रक्रिया के दौरान, डॉक्टर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता रजिस्ट्री में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं, जो उन्हें डिजिटल हेल्थकेयर पारिस्थितिकी तंत्र से जोड़ेगा। इस पोर्टल के माध्यम से एसएमसी और शैक्षणिक संस्थानों सहित सभी हितधारक एक मंच से आवेदनों को लॉगिन और सत्यापित कर सकते हैं।

देश के डॉक्टरों का व्यापक डेटा होगा तैयार 

बताया जा रहा है कि देश में ऐसे व्यापक डेटा का अभाव है, जो देश में डॉक्टरों की कुल संख्या, डॉक्टरों के देश छोड़ने, प्रैक्टिस करने का लाइसेंस खोने या संख्या और विवरण जैसे पहलुओं पर व्यापक और विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। जान गंवाने वाले डॉक्टरों की समग्र तस्वीर प्रदान कर सकता है।

बता दें कि एनएमआर की लॉन्चिंग से 13 लाख से ज्यादा डॉक्टरों का डेटा सुनिश्चित हो सकेगा। नेशनल मेडिकल रजिस्टर (एनएमआर) पोर्टल का उद्घाटन 23 अगस्त को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया था। उन्होंने कहा कि 'राष्ट्रीय स्वास्थ्य रजिस्टर एक बहुप्रतीक्षित कदम है जो डिजिटल हेल्थकेयर इकोसिस्टम को मजबूत करेगा और भारत के लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करेगा।'

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