Lok Sabha Election Result 2024: चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सराहना, CEC बोले- 642 मिलियन वोटर्स ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

By  Deepak Kumar June 3rd 2024 02:37 PM

ब्यूरोः लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने से एक दिन पहले भारतीय चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मतदाताओं की सराहना की। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया। 

मतदाताओं ने 2024 में इतिहास रचाः सीईसी 

सीईसी कुमार ने कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी G7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। मतदाताओं ने 2024 में इतिहास रच दिया। 31 करोड़ से अधिक महिलाओं ने अपना वोट डाला। इन चुनावों में 64 करोड़ से अधिक वोट डाले गए हैं। भारत के चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 में भाग लेने वाले सभी मतदाताओं को खड़े होकर बधाई दी।


सीईसी राजीव कुमार ने चुनावों को सफल बनाने के बारे में बात करते हुए कहा कि 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था, 68763 निगरानी टीमों ने काम किया, 135 विशेष ट्रेनें चलाई गईं, 1692 हवाई उड़ानें भरीं और इस प्रक्रिया में 4 लाख वाहनों का इस्तेमाल किया गया। सीईसी ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया में 68,000 से अधिक निगरानी टीमें, 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षा कर्मी शामिल थे। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव कराने में करीब 4 लाख वाहन, 135 विशेष ट्रेनें और 1,692 हवाई उड़ानें भरी गईं। सीईसी ने कहा कि 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं के लिए घर पर मतदान कराया गया। सीईसी ने कहा कि हमने इस बात पर कड़ी निगरानी रखी थी कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति द्वारा महिलाओं की गरिमा पर कोई शब्द न बोला जाए। 

जम्मू-कश्मीर में पिछले 4 दशकों में हुआ सबसे ज्यादा मतदान: CEC 

सोशल मीडिया पर चुनाव आयुक्तों को 'लापता सज्जन' कहे जाने वाले मीम्स पर प्रतिक्रिया देते हुए सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि हम हमेशा से यहां थे, कभी गायब नहीं हुए। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में दर्ज किया गया मतदान पिछले चार दशकों में सबसे ज्यादा था। सीईसी ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक काम की वजह से हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। हमने 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे और 39 में से 25 पुनर्मतदान सिर्फ 2 राज्यों में हुए। उन्होंने आगे 4Ms मसल, मनी, मिसइन्फॉर्मेशन और MCC उल्लंघनों की पहचान, टकराव और निपटने के बारे में बात की।

चुनाव आयोग ने 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती का बनाया रिकॉर्डः सीईसी 

सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जहां हमने हिंसा नहीं देखी। इसके लिए 2 साल की तैयारी की जरूरत थी। उन्होंने आगे बताया कि कैसे एआई-जनरेटेड सिंथेटिक कंटेंट और डीपफेक नहीं पाए गए और कहा कि मतदाता असली विजेता बनकर उभरा है। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग ने इस चुनाव के दौरान लगभग 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती का रिकॉर्ड बनाया। यह 2019 में जब्त की गई राशि का लगभग 3 गुना है।

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