भारत ने UNGA में पाकिस्तान के झूठ को किया बेनकाब, शहबाज की स्पीच को बताया हास्यास्पद

By  Raushan Chaudhary September 28th 2024 06:34 PM -- Updated: September 28th 2024 07:33 PM

India Reply to Pakistan at UNGA 2024:  पाकिस्तान का कोई नुमाइंदा UNGA यानि संयुक्त राष्ट्रमहासभा में बोले और कश्मीर और भारत का ज़िक्र ना करें ऐसा हो सकता है क्या। क्रिकेट से लेकर GDP तक पाकिस्तानियों की हर बात भारत से तुलना पर शुरू होती और इसी पर खत्म हो जाती है। फौज़ के रहमो करम और चुनाव में धांधली के आरोपों के बाद पाकिस्तान में पीएम के पद पर आसीन शहबाज़ शरीफ ने शुक्रवार को UNGA में अपने संबोधन के दौरान भारत के खिलाफ जमकर ज़हर उगला। लेकिन राइट टू रिप्लाई के तहत भारत की राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने भी पाकिस्तानी पीएम को मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तानी पीएम की स्पीच को पाखंड बताया है।

 

‘बांग्लादेश में नरसंहार करने वाले असहिष्णुता का लेक्चर ना दें’

 

राजनयिक भाविका ने कहा कि लंबे समय से दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ने सीमा पार आतंकवाद का इस्तेमाल अपने पड़ोसियों के खिलाफ किया है। उन्होंने हमारी संसद, हमारी आर्थिक राजधानी मुंबई, हमारे बाजार और तीर्थयात्रा के रास्तों पर हमले किए हैं। भाविका ने 1971 के वाक्ये का ज़िक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश में 1971 में नरसंहार किया और अभी भी अपने अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है। अब उनके नेता असहिष्णुता और फोबिया की बात कर रहे हैं।

 


 

शहबाज़ ने अलापा कश्मीर राग

 

पाक के कठपुतली PM शहबाज शरीफ ने UNGA में कश्मीर का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की थी। अपने 20 मिनट के भाषण में शरीफ ने आर्टिकल 370 और बुरहान वानी का भी जिक्र किया था। शरीफ ने कहा था कि भारत अपनी सैन्य ताकत लगातार बढ़ा रहा है। वह इसका इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ कर सकता है। पाकिस्तानी PM ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान, LoC पर किसी भी हमले का जवाब देगा। 


भारतीय राजनयिक ने कसा तंज

 

 इसपर भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने कहा, आज सुबह इस सभा में दुखद रूप से एक हास्यास्पद घटना घटी। आतंकवाद, नशीले पदार्थों, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए वैश्विक रूप से बदनाम और सेना द्वारा संचालित देश ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस किया है। भाविका मंगलनंदन ने कहा कि धांधली वाले चुनावों के इतिहास वाले देश के लिए लोकतंत्र में राजनीतिक विकल्पों के बारे में बात करना और भी हैरान करने वाला है। असली सच्चाई यह है कि पाकिस्तान हमारे क्षेत्र पर गंदी निगाह रखता है और वह भारत के अभिन्न अंग जम्मू और कश्मीर में चुनावों को बाधित करने के लिए लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल कर रहा है।

 

‘ओसामा को पनाह देने वाले आतंकवाद की बात कर रहे

 

 भाविका ने कहा दुनिया खुद देख सकती है कि पाकिस्तान वास्तव में क्या है। हम एक ऐसे देश की बात कर रहे हैं जिसने लंबे समय तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी। एक ऐसा देश जिसकी दुनिया भर में कई आतंकवादी घटनाओं में संलिप्तता है, जिसकी नीतियों की वजह से वह आतंकियों की पनाहगाह बना हुआ है।

 

अकेला पड़ा पाकिस्तान

 

 दरअसल, जम्मू-कश्मीर से साल 2019 में अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त होने के बाद पाकिस्तान कश्मीर को लेकर विश्वभर के मंचों पर आवाज उठा रहा है। अभी तक पाकिस्तान का दोस्त तुर्की संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के हां में हां मिलाता रहा है, लेकिन इस बार तुर्की के राष्ट्रपति तैयब एर्दोगन ने अपने भाषण के दौरान कश्मीर का नाम ही नहीं लिया। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र के भीतर पाकिस्तान अकेला पड़ गया है। तुर्की के कश्मीर मुद्दे से किनारा करने के बाद पाकिस्तान के राजनयिक हल्के में बहस शुरू हो गई है। पाकिस्तान के भीतर इसे भारत की जीत करार दिया जा रहा है।

 

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