DUSU POLLS 2024: पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने पर दिल्ली हाईकोर्ट सख्त, बताया कब जारी होंगे रिजल्ट

By  Md Saif September 27th 2024 12:54 PM

ब्यूरो:  DUSU POLLS 2024: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (डूसू) चुनाव आज यानि 27 सितंबर को शुरु हो गए हैं। सुबह की शिफ्ट के कॉलेज में सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम की शिफ्ट के कॉलेज में दोपहर 3 बजे से शाम 7:30 बजे तक मतदान होंगे। तय शेड्यूल के हिसाब से डूसू चुनाव में वोटों की गिनती शनिवार, 28 सितंबर 2024 को होनी थी। लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए फिलहाल डूसू चुनाव में मतों की गिनती पर रोक लगा दी है। दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से साफ कहा गया है कि जब तक सार्वजनिक स्थानों से गंदगी नहीं हटाई जाएगी, तब तक नतीजे घोषित नहीं किए जाएंगे। दिल्ली हाईकोर्ट ने अगले आदेश तक ईवीएम और बैलेट बॉक्स सीज रखने के निर्देश दिए हैं। डीयू की तरफ से कोर्ट में कहा गया था कि 27 सितंबर को पूरा यूनिवर्सिटी तंत्र चुनाव करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, इस वजह से कोर्ट ने सिर्फ वोटों की गिनती पर रोक लगाई है।



सार्वजनिक संपत्ति को गंदा करने से कोर्ट नाराज  

डूसू चुनाव में नियमों की दरकिनार करते हुए किए गए चुनाव प्रचार पर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। दिल्ली हाई कोर्ट के मनोनीत चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की पीठ ने डीयू को फटकार लगाते हुए कहा है कि प्रचार के दौरान जितनी भी सार्वजनिक संपत्ति को गंदा किया गया है, उसकी सफाई में आने वाली लागत की भरपाई दिल्ली यूनिवर्सिटी को करनी होगी। साथ ही यूनिवर्सिटी इस खर्चे को चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से वसूल सकती है, जिन्होंने गंदगी फैलाई है।


हाईकोर्ट ने की सख्त टिप्पणी  

'डूसू चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है या मनी लॉन्ड्रिंग का जरिया? इस चुनाव में पानी की तरह पैसे बहाया जा रहा है।'  

'हमारे पास जितनी शक्तियां हैं, हम उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन आपके पास तो हमसे ज्यादा शक्तियां हैं, फिर भी आप कुछ नहीं कर रहे हैं।'  

'कैसे कोई बैंड बाजा लेकर पूरी यूनिवर्सिटी में घूम सकता है? बिना नंबर प्लेट के लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल हो रहा है।'  

'अब वक्त आ गया है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर मामले में दखल दें।'  

'क्या आपको कुछ पता भी है कि कितने पैसे खर्च किए जा रहे हैं?'  

'अगर आप चुनावों को टाल दीजिए जब तक कि सारी सफाई नहीं हो जाए या उनकी उम्मीदवारी रद्द कीजिए और नए नामांकन मंगवाइए।'  

'आप सिर्फ 21 उम्मीदवारों को नहीं संभाल सकते जो आपके स्टूडेंट हैं, तो फिर आप लाखों स्टूडेंट को कैसे संभालेंगे?'  

'मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है लेकिन आपके अधिकारी जो कर रहे हैं, वह सही नहीं है। आपको अपनी शक्ति का प्रयोग करना होगा। आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं है।'  

'जब तक कोर्ट संतुष्ट नहीं हो जाता कि पोस्टर, स्प्रेपेंट और भित्तिचित्र हटा दिए गए हैं और सार्वजनिक संपत्तियों को बहाल कर दिया गया है, तब तक मतगणना नहीं की जाएगी।'


'5 हजार खर्च की सीमा, लेकिन रोज होते हैं लाखों खर्च' 

याचिकाकर्ता वकील प्रशांत मनचंदा ने हाई कोर्ट को बताया कि किस तरह सार्वजनिक और मेट्रो की संपत्तियों को तबाह किया गया है। लिंगदोह कमेटी की गाइडलाइन में साफ कहा गया है कि एक उम्मीदवार पूरे चुनाव प्रचार में सिर्फ 5 हजार रुपये ही खर्च कर सकता है। लेकिन यहां रोज ही लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं। इसमें उम्मीदवारों के काफिलों में चलने वाली महंगी गाड़ियों के काफिले, पोस्टर-बैनर, फूल-माला, खाना-पीना और विद्यार्थियों को लुभाने के तरीके शामिल हैं। याचिकाकर्ता की तरफ से कोर्ट में बताया गया कि उम्मीदवार जानबूझकर पोस्टर-बैनर में अपना नाम गलत प्रिंट करवाते हैं ताकि उन पर कोई कार्रवाई न हो पाए। लिंगदोह कमेटी में साफ कहा गया है कि उम्मीदवार सिर्फ हाथ से लिखे पोस्टर का ही प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन पूरा कैंपस ही प्रिंटेड पोस्टर-बैनर से लिपटा हुआ है। मेट्रो स्टेशन की दीवारें, बस स्टॉप, कॉलेज की दीवारें समेत हर जगह गंदगी की भरमार है।


डूसू इलेक्शन 2024 में उम्मीदवार

डूसू इलेक्शन 2024 में ABVP ने अध्यक्ष पद के लिए ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष के लिए भानु प्रताप सिंह, सचिव के लिए मित्रविंदा करनवाल और अमन कपासिया को संयुक्त सचिव पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। इसी के साथ छात्र संगठन NSUI की तरफ से रौनक खत्री को अध्यक्ष पद और यश नंदल को उपाध्यक्ष पद पर उतारा गया है। सचिव के लिए नम्रता जेफ मीणा और संयुक्त सचिव के लिए लोकेश चौधरी को मैदान में उतारा है।

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