अरविंद केजरीवाल ने RSS प्रमुख मोहन भागवत से पूछे पांच सवाल, PM मोदी पर भी बरसे

By  Rahul Rana September 22nd 2024 06:45 PM

ब्यूरो: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज (22 सितंबर) दिल्ली के जंतर-मंतर पर 'जनता की अदालत' लगाई। तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा।

केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या आरएसएस केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके पार्टियों को तोड़ने और विपक्षी सरकारों को गिराने और भ्रष्ट नेताओं को अपने पाले में लाने की भाजपा की राजनीति से सहमत है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपनी पहली 'जनता की अदालत' सार्वजनिक बैठक में केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे, जिनमें यह भी शामिल था कि क्या सेवानिवृत्ति की आयु पर भाजपा का नियम मोदी पर भी लागू होता है, जैसा कि लालकृष्ण आडवाणी पर लागू होता है।

केजरीवाल ने कहा, आरएसएस वाले कहते हैं कि हम राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं। मैं पूरे सम्मान के साथ मोहन भागवत जी से पांच सवाल पूछना चाहता हूं। उन्होंने भागवत से पूछा कि क्या वह भाजपा की नेताओं को भ्रष्ट कहने और फिर उन्हें अपने पाले में शामिल करने की राजनीति से सहमत हैं।



अरविंद केजरीवाल के ये हैं 5 सवाल

मोदी जी जिस तरह से पार्टियों को तोड़ रहे हैं और देश भर में सरकारों को लालच देकर या ईडी और सीबीआई की धमकी देकर गिरा रहे हैं, क्या यह सही है?

मोदी जी ने अपनी पार्टी में सबसे भ्रष्ट नेताओं को शामिल किया है, जिन्हें वह खुद भ्रष्ट कहते हैं, क्या आप ऐसी राजनीति से सहमत हैं?

भाजपा का जन्म आरएसएस की कोख से हुआ है, भाजपा को भटकने से बचाना आरएसएस की जिम्मेदारी है, क्या आपने कभी मोदी जी को गलत काम करने से रोका है?

जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि उन्हें आरएसएस की जरूरत नहीं है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया है कि वह अपनी नाराजगी दिखाने लगा है? बेटा मातृ संस्था से अपनी नाराजगी दिखा रहा है। जब उन्होंने ऐसा कहा तो क्या आपको दुख नहीं हुआ?

आप लोगों ने कानून बना दिया है कि नेता 75 साल के बाद रिटायर हो जाएंगे... अमित शाह कह रहे हैं कि यह नियम मोदी जी पर लागू नहीं होगा। जो आडवाणी जी पर लागू होता था, वह मोदी जी पर क्यों नहीं लागू होगा?...


भाजपा ने आप के हर नेता को जेल में डाला: केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा, पिछले दस सालों से हम ईमानदारी से सरकार चला रहे थे, हमने बिजली-पानी मुफ्त किया, लोगों के लिए इलाज मुफ्त किया, शिक्षा को बेहतरीन बनाया। मोदी जी को लगने लगा कि अगर उन्हें इनसे जीतना है तो इनकी ईमानदारी पर हमला करना होगा और फिर उन्होंने केजरीवाल, सिसोदिया और आप को बेईमान साबित करने की साजिश रची और हर नेता को जेल में डाल दिया।

'दाग के साथ नहीं जी सकते': अरविंद केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा, वकीलों ने कहा कि यह केस दस साल तक चल सकता है। मैं इस दाग के साथ नहीं जी सकता। इसलिए मैंने सोचा कि मैं जनता की अदालत में जाऊंगा। अगर मैं बेईमान होता तो मुफ्त बिजली के लिए दिए गए तीन हजार करोड़ रुपये गबन कर लेता, महिलाओं के लिए किराया मुफ्त नहीं करता, बच्चों के लिए स्कूल नहीं बनवाता। 22 राज्यों में उनकी सरकार है, कहीं भी बिजली मुफ्त नहीं है, कहीं भी महिलाओं के लिए किराया मुफ्त नहीं है, तो चोर कौन है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि केजरीवाल चोर है या केजरीवाल को जेल भेजने वाले चोर हैं?

जनता की सेवा के लिए राजनीति में आया: आप प्रमुख

आबकारी नीति मामले में पांच महीने से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए राजनीति में आए हैं, न कि सत्ता या पद के लालच में।

उन्होंने कहा कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव उनके लिए अग्नि परीक्षा है और लोगों से आग्रह किया कि अगर उन्हें लगता है कि वह बेईमान हैं तो उन्हें वोट न दें। आप प्रमुख ने कहा कि वह नवरात्रि के दौरान श्राद्ध अवधि के बाद मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास से बाहर निकल जाएंगे और उन लोगों के बीच रहेंगे, जो उन्हें आवास की पेशकश कर रहे हैं।

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